Market गिरने पर क्या करें?
SIP
नमस्ते, जय हिन्द!
आज हम एक बहुत ज़रूरी बात करेंगे। जब टीवी पर या अखबार में खबर आती है कि "शेयर बाजार गिर गया!", तो दिल थोड़ा घबरा जाता है, है ना? चिंता होती है कि हमारे बचाए हुए पैसों का क्या होगा। पर क्या आप जानते हैं कि यही समय आपके सपनों को पूरा करने का एक सुनहरा मौका भी हो सकता है? चौंक गए? चलिए, आसान भाषा में समझते हैं।
बाजार गिरे तो डरो नहीं, यह सपना पूरा करने का एक और मौका है!
सोचिए, जब बाजार ऊपर चढ़ रहा होता है, तो सब कुछ महंगा लगता है। जैसे सब्जी मंडी में जब टमाटर महंगे होते हैं, तो हम कम खरीदते हैं या इंतज़ार करते हैं कि कब सस्ते होंगे। शेयर बाजार भी कुछ वैसा ही है। कभी-कभी कुछ बुरी खबरों से या दुनिया भर की कुछ हलचल से बाजार थोड़ा घबरा जाता है और नीचे आ जाता है। इसे ही "मार्केट गिरना" कहते हैं।
सबसे बड़ी गलती: डरकर पैसा निकालना
जब बाजार गिरता है, तो बहुत से लोग डरकर अपने म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) या SIP (सिप) से पैसे निकालने लगते हैं। उन्हें लगता है कि और नुकसान ना हो जाए। पर सच तो यह है कि यह सबसे बड़ी गलती हो सकती है। जब आप कम दाम पर अपनी चीज़ बेच देते हैं, तो नुकसान तो पक्का हो ही जाता है।
धीरज का फल मीठा: 2008 की कहानी
आपको शायद याद हो या आपने सुना हो, साल 2008 में दुनिया भर में बड़ी आर्थिक मंदी आई थी। हमारा भारतीय शेयर बाजार भी बहुत नीचे गिर गया था। सेंसेक्स, जो बाजार का हाल बताता है, वो 21,000 से गिरकर 8,000 के पास आ गया था। बहुत लोग डर गए थे।
- जिन्होंने डरकर पैसे निकाल लिए: उनका नुकसान तो पक्का हो गया।
- जिन्होंने हिम्मत रखी और निवेश बनाए रखा: उनका पैसा अगले दो सालों में न केवल वापस आया, बल्कि काफी बढ़ भी गया! सोचिए, जिन्होंने उस गिरावट में भी अपनी SIP चालू रखी, उन्होंने सस्ते में ज़्यादा यूनिट्स खरीदीं और बाद में बड़ा मुनाफा कमाया।
कोरोना काल का सबक: मौके पर चौका
और कोरोना महामारी तो हम सबको याद है, है ना? मार्च 2020 में जब लॉकडाउन लगा, तो बाजार लगभग 40% तक गिर गया था! सेंसेक्स 41,000 से गिरकर 26,000 के पास आ गया था। उस समय डर लगना स्वाभाविक था।
- लेकिन जिन्होंने शांति रखी: और अपना निवेश, खासकर म्यूचुअल फंड SIP चालू रखी, वे कुछ ही महीनों में फायदे में आ गए। बाजार बहुत तेजी से वापस ऊपर चढ़ा और नई ऊंचाइयों को छू गया। यह इसलिए हुआ क्योंकि जब बाजार नीचे था, उनकी SIP हर महीने कम दाम पर ज़्यादा यूनिट्स खरीद रही थी।
गिरते बाजार में आपका सच्चा दोस्त: SIP (सिप)
अब आप सोच रहे होंगे कि ऐसे मुश्किल समय में क्या करें? यहीं काम आती है आपकी SIP (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान)।
- SIP क्या है? यह म्यूचुअल फंड में हर महीने या तय समय पर एक छोटी सी रकम जमा करने का एक तरीका है। जैसे हम गुल्लक में रोज़ थोड़े-थोड़े पैसे डालते हैं, वैसे ही SIP से म्यूचुअल फंड में पैसा जमा होता रहता है।
- SIP के बारे में और अच्छे से जानने के लिए, मेरा यह पोस्ट पढ़ें:
- SIP का जादू: जब बाजार गिरता है, तो आपकी SIP उसी तय रकम में म्यूचुअल फंड की ज़्यादा यूनिट्स खरीद लेती है। क्योंकि अब हर यूनिट सस्ती हो गई है!market-girne-par-kya-kare-sip-mf-guide इसे कहते हैं "रूपी कॉस्ट एवरेजिंग"। मतलब, सस्ता होने पर ज़्यादा माल! और जब बाजार वापस ऊपर चढ़ता है, तो यही ज़्यादा यूनिट्स आपको बड़ा फायदा दिलाती हैं।
- तो याद रखें: बाजार गिरने पर SIP बंद करना मतलब सस्ते में खरीदने का मौका गँवा देना।
SIP और म्यूचुअल फंड: सपनों की ओर ले जाने वाली जोड़ी
कई लोग सोचते हैं कि SIP और म्यूचुअल फंड अलग-अलग चीजें हैं। ऐसा नहीं है।
- म्यूचुअल फंड: यह एक तरह का बड़ा गुल्लक है जहाँ बहुत सारे लोगों का पैसा इकट्ठा होता है। फिर एक एक्सपर्ट (जिसे फंड मैनेजर कहते हैं) उस पैसे को सोच-समझकर अच्छी-अच्छी कंपनियों के शेयरों और दूसरी जगहों पर लगाता है ताकि आपका पैसा बढ़ सके।
- SIP: यह उस म्यूचुअल फंड रूपी गुल्लक में नियमित रूप से पैसे डालने का एक तरीका है। आप एकमुश्त बड़ी रकम भी म्यूचुअल फंड में डाल सकते हैं, लेकिन SIP छोटे और नियमित निवेश के लिए बेहतरीन है, खासकर जब बाजार में उतार-चढ़ाव हो।
- SIP और म्यूचुअल फंड कैसे मिलकर काम करते हैं, यह समझने के लिए मेरा यह पोस्ट पढ़ें|
जब आप SIP के ज़रिये म्यूचुअल फंड में निवेश करते रहते हैं, खासकर बाजार की गिरावट में, तो आप अपने लंबे समय के सपनों - जैसे बच्चों की अच्छी पढ़ाई, अपना घर बनाना, या आराम से रिटायर होना - को पूरा करने की नींव मजबूत कर रहे होते हैं।
अपने सपनों पर ध्यान दें!
शेयर बाजार का गिरना एक अस्थायी (थोड़े समय का) दौर है, लेकिन आपके सपने तो हमेशा आपके साथ हैं। इन सपनों को पूरा करने के लिए अनुशासन (डिसिप्लिन) और धीरज (पेशेंस) की ज़रूरत होती है।
बाजार की हर गिरावट को एक मौके की तरह देखिए। यह मौका है अपने सपनों की ओर एक और कदम बढ़ाने का, वो भी कम कीमत पर!
आखिरी बात
तो, अगली बार जब आप सुनें कि बाजार गिर गया है, तो डरिये मत। घबराइए बिलकुल नहीं। याद रखिए, यह समय डरने का नहीं, बल्कि समझदारी से अपने निवेश को और मजबूत करने का है। अपनी SIP चालू रखें, लंबे समय का सोचें, और अपने सपनों को धीरे-धीरे पूरा होते देखें।
आपका भविष्य आपके आज के सही फैसलों पर निर्भर करता है!
अगर ये जानकारी अच्छी लगी, किसी गाँव के भाई-बहन को भेजें!